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vigyankatha

Wednesday, July 30, 2008

विज्ञान कथा का नया अंक




Posted by Rajeev Ranjan at 10:17 PM 1 comment:
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Rajeev Ranjan
डॉ. राजीव रंजन उपाध्याय : जन्म : 4 मार्च 1942, शिक्षा : एम.एससी. (लखनऊ विश्वविद्यालय), पीएच. डी. (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय- वाराणसी), नोराड (नारवे) एवं अलेक्जैण्डर-फान-हमवोल्ट-फेलो (जरमनी), पूर्व प्रोफेसर कैंसर शोध, तबरीज़ विश्वविद्यालय, ईरान। अखिल भारतीय स्तर के प्रतिष्ठित पत्रों एवं पत्रिकाओं में अनेकों विज्ञान कथाएँ प्रकाशित तथा कुछ हिब्रू, बंगला में अनुवादित, प्रकाशन/प्रसारण : विज्ञान कथा संग्रह-वैज्ञानिक लघु कथाएँ (1989), आधुनिक विज्ञान कथाएँ (1991), सूर्यग्रहण (2004), आधुनिक ययाति (2004), वे चन्द्रमा से आये (2005), उत्तारी आकाशगंगा में (शीघ्र प्रकाश्य), एक और शिखण्डी (शीघ्र प्रकाश्य), संचार माध्यमों के लिए विज्ञान कथा (संपादन 2000), प्रेमघन की वंश परम्परा (2000), प्रसारण माध्यमों के लिए विज्ञान गल्प-आकाषवाणी (संपादन 2002) टेलीविजन (संपादन 2002), लोकप्रिय विज्ञान लेखन एवं विज्ञान पत्रकारिता : अभिमत (2005), नवसृजन (2005), एक सौ से अधिक कैंसर संबंधित शोध-पत्र और कुछ विज्ञान कथाएँ आकाशवाणी से प्रसारित, दो विज्ञान कथा संकलन शीघ्र प्रकाश्य
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